'पांच मर्द फ़र वाले पैजामे में उछल रहे थे और उन्होंने बड़ा विचित्र किस्म का जानवर वाला मुखौटा पहना हुआ था। वो मुखौटा कुछ इस तरह का लग रहा था, जो शायद बड़े जंगली कुत्तों को पहनाया जाता है, ताकि वो काट न पाएं। यह वनदेवता की शानदार पोशाक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। यह मेरी बेहद कामुक कल्पना थी। यह कल्पना सच हो गई थी। जब मैंने उनकी ओर देखा तो पांचों वन देवताओं के लिए यह स्पष्ट इशारा था कि अब उन्हें अपना आयोजन शुरू करना चाहिए। मैं सुन सकती थी कि कैसे उनके धीमे पदचाप तेज़ हो गए थे।' यह लघु कथा स्वीडन की फ़िल्म निर्माता एरिका लस्ट के सहयोग में प्रकाशित की गई है। उनकी मंशा जानदार कहानियों और कामुक साहित्य की चाशनी में जोश, अंतरंगता, वासना और प्यार में रची-बसी दास्तानों के ज़रिए इंसानी फ़ितरत और उसकी विविधता को दिखाने की है।