'हम काली स्याह रात में गाड़ी चलाते रहे। मैं अपने स्तनों पर, पेट पर और अपने कपड़ों के नीचे उँगलियाँ फिराती रही। मुझे महसूस हो रहा था कि मेरे दिल की धड़कनों से कैसे मेरी स्किन फड़क रही है।' अपने तीसवें जन्मदिन की मस्ती भरी पार्टी के अगले दिन ही अगर मैं एक गर्मागर्म सहवास के अलावा और कुछ सोच ही नहीं पा रही हूँ, तो इसका मतलब है कि कुछ तो करना ही पड़ेगा। वह अब और इंतज़ार नहीं कर सकती। उसे सेक्स चाहिए, चाहे उसमें इससे ज़्यादा और कुछ भी न हो। कामुक, आतुर सेक्स और अभी के अभी! वह जन्मदिन पर मिला अपना सबसे महँगा तोहफ़ा बेच देती है और एक टैक्सी बुलाती है। उसका अगला पड़ाव है वह आदमी, जो सबसे पहले टिंडर पर उससे मैच कर जाए... यह लघु कथा स्वीडन की फ़िल्म निर्माता एरिका लस्ट के सहयोग में प्रकाशित की गई है। उनकी मंशा है ज़बरदस्त कहानियों और इरोटिका के एक मज़ेदार मिश्रण में प्यार, काम-वासना, अंतरंगता और कामुकता की कहानियों के ज़रिए इंसान की प्रकृति और विविधता को दिखाना।